Maharashtra Monsoon Update: जहां एक तरफ भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बीते 8 जून को खुशखबरी दी कि, मानसून ने देश के राज्य केरल में अपनी दस्तक दे चूका है। वहीं अब यह एक ही दिन में कर्नाटक तक पहुंच गया है। हालांकि इसके साथ ही चक्रवात बिपरजॉय से दो-तीन दिन तक इसकी तीव्रता धीमी कर पड़ने की संभावना है। इसके बाद मानसून फिर अपनी रफ्तार पकड़ता दिखेगा।
PM Kusum Solar Pump : इन 25 जिलों में सोलर पंप के लिए आवेदन शुरू,
क्या हैं मानसून के असार
हालांकि केरल में मानसून के थोड़ी देरी से पहुंचने का मतलब यह कतई नहीं है कि, मानसून देश के अन्य हिस्सों में भी देरी से पहुंचेगा। साथ ही मानसून का देर से आने का यह मतलब नहीं है कि अब देश के राज्यों में कम बारिश होगी। Maharashtra Monsoon Update
मानसून कब पहुंचेगा महाराष्ट्र
मामले पर मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि केरल में मानसून आ गया है। वहीं इसके साथ ही अरब सागर में एक स्ट्रॉन्ग वेदर सिस्टम बन रहा है। यह मानसून के लिए अच्छा संकेत हैं। यह 13-14 जून तक गुजरात पहुंच जाएगा। इसकी वजह से मध्यप्रदेश में 13 से 15 जून तक प्री मानसून एक्टिविटी होगी। गुजरात में अगर यह सिस्टम बना रहा तो 19 जून तक मध्यप्रदेश में मानसून छा जाएगा। हालांकि वहीं महाराष्ट्र में इसके 11 से 12 जून को आने के तगड़े असार हैं।
PM Mudra Loan Yojana 2023 : 50000/- से 10 लाख रुपये तक का लोन 0% ब्याज, यहां से करें ऑनलाइन आवेदन
वहीं IMD एक्सपर्ट्स के अनुसार महाराष्ट्र में मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख 11 जून और मुंबई में 12 जून है। वहीं IMD अधिकारियों ने पहले कहा था कि चक्रवात ‘बिपारजॉय’ मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है और केरल में इसकी शुरुआत हल्की होगी। केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख 1 जून होती है।
मानसून की आवक में होगी देरी?
वहीं रिसर्च तो यह भी दिखाते हैं कि केरल में मानसून के देरी से आने से यह जरूरी नहीं है कि उत्तर पश्चिमी भारत में भी मानसून की आवक में देरी हो। हालांकि, केरल में मानसून की देर से दस्तक को दक्षिणी राज्यों और मुंबई में मानसून आने में देरी से जोड़ा जा सकता है। Maharashtra Monsoon Update
वहीं बीते 8 जून को मौसम विभाग ने कहा था कि, “बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपोरजॉय’ 8 जून की सुबह 5:30 बजे पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर केंद्रित है। यह गोवा से लगभग 860 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, मुंबई से 910 किमी दक्षिण पश्चिम में है। यह और तेज होगा और उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा।’
किसान योजना की जानकारी और मदद के लिए व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें