कृषि के लिए मृदा संरक्षण (Conservation) ही कृषि को लाभदायक बनाएगा..|
कृषि के लिए मृदा संरक्षण ही कृषि को लाभदायक बनाएगा..|
मृदा संरक्षण कृषि भूमि को कटाव से बचाना है। खेत की उर्वरता उसकी ऊपरी मिट्टी में मिट्टी के कणों पर निर्भर करती है। मिट्टी की 2.5 सेंटीमीटर परत बनने में आमतौर पर 400 से 1000 साल लगते हैं। लेकिन उसी परत को ले जाने में देर नहीं लगती। (conservation)

मिट्टी में ऐसे सूक्ष्म कणों की खपत होने के कई कारण हैं। इसे धूप कहा जाता है। ये कण, साथ ही मिट्टी, बारिश के साथ-साथ हवा के झोंकों और पानी के तेज बहाव से भी बह जाते हैं। आम तौर पर 2 · 5 सेमी मोटी मिट्टी की परत बनती है। इसमें 400 से 1,000 साल लगते हैं।मिट्टी को प्राकृतिक आवरण में रखने से मृदा अपरदन धीमा हो जाता है और इस प्रकार प्राकृतिक संतुलन बना रहता है; लेकिन जैसे-जैसे मानव की जरूरतें बढ़ती गईं, नई जमीनें खेती के दायरे में लाई गईं और प्राकृतिक आवरण हटा दिए गए। वनों की कटाई, घास की जुताई और वैकल्पिक रूप से मिट्टी का कटाव और कम उर्वरता ने उत्पादकता को कम कर दिया। (conservation)